क्या केंद्र सरकार ने देश की सबसे बड़ी अदालत से झूठ बोला?
ये वीडियो सामने आया है. एक शख्स से पूछा गया, आपको बाहर जाना अलाउड है? शख्स ने जवाब दिया कि जम्मू-कश्मीर सरकार कह रही है कि मैं आज़ाद हूं. लेकिन यहां ये लोग मानते नहीं. ऊपर से आदेश है. जम्मू-कश्मीर सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से झूठ कहा है. घर के बाहर से वीडियो बना रहा शख्स कुछ पूछने को होता है, तभी अंदर से कुछ लोग आते हैं और बात कर रहे शख्स को जबरन अंदर ले जाते हैं|
ये शख्स जाना नहीं चाहता. एक बहस होती है. तेज़ आवाज़ में बात होती है. बदतमीज़ी कर रहा शख्स संतरी से कहता है कि उनको भगाओ. कौन हैं वो लोग जो वीडियो बना रहे हैं|
संतरी की वर्दी देखकर मालूम नहीं चलता कि वो कौन-सी एजेंसी से संबंधित है. लेकिन दिखने में पुलिस जैसी पोशाक होती है. ये वीडियो देखकर कोई भी ये समझ सकता है कि एक शख्स उस कंपाउंड के अंदर कैद है. उसे बाहर की दुनिया से संपर्क करने की आज़ादी नहीं है. अब आपको घर में कैद शख्स का नाम बताते हैं -सैफुद्दीन सोज़. प्रोफेसर. कांग्रेस नेता. बारामूला से दो बार के सांसद. तीन बार राज्यसभा गए|Did J and K govt LIE to the Supreme Court that Cong leader Saifuddin Soz is not detained and free to move around.. this is the video from this morning at Soz residence from @ShujaUH . Will govt tell the TRUTH? pic.twitter.com/HqxxMLNtQ3
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) July 30, 2020
भारत सरकार में जल संसाधन मंत्री रह चुके हैं| कश्मीरियों को जिस मुख्यधारा में आने का न्योता भारत सरकार बार-बार देती रहती है, सोज़ उसी मुख्यधारा के नेता हैं. एक राष्ट्रीय पार्टी से जुड़े हैं. कांग्रेस वर्किंग कमेटी में रह चुके हैं|
सैफुद्दीन सोज़ की पत्नी मुमताज़ुन्निसा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि सोज़ 5 अगस्त 2019 से ही हिरासत में हैं. इस दिन जम्मू-कश्मीर सूबे में अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी कर दिया गया था और राज्य को दो संघ राज्य क्षेत्र या यूनियन टेरेटरीज़ में बांट दिया गया था|
मुमताज़ुन्निसा ने अपनी याचिका में कहा था कि सोज़ को हिरासत में लेने के कारण आज तक साफ नहीं किए गए. इसे याचिका में सोज़ के संवैधानिक अधिकारों का हनन बताया गया था| मुमताज़ुन्निसा की तरफ से कांग्रेस नेता और वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने पैरवी की|